अनमोल वचन

किरदार शायरी

0
(0)

किरदार शायरी, किरदार पर स्टेटस, किरदार पर हिन्दी में शायरी, Kirdaar Shayari in Hindi

बात किरदार में होती है वरना
कद में साया भी इंसान से बड़ा होता है ।

Kuch Ko Harana Hai To Talwar Lekar Chalo KIrdar Shayari Hindi

कुछ को हराना है तो तलवार लेकर चलो,
सबको जीतना है तो किरदार लेकर चलो ।

इंसान की किरदार की दो ही मंजिले है या तो दिल में उतर जाये या दिल से उतर जाये ।

निकले हैं वो लोग मेरी शख्सियत संवारने
जिनके खुद के किरदार मरम्मत मांग रहे हैं ।

एक दिन भी न निभा सकेंगे मेरा किरदार,
वो लोग जो मुझे मशवरे देतें हैं हजार ।

हुनर होगा तो दुनिया खुद कदर करेगी
एड़ियाँ उठाने से किरदार ऊँचा नहीं होता ।

अगर किरदार ऊंचा करना है तो अपना हुनर दिखा औकात नही ।

अपनी नेकी छुपाना, आपकी सोच का इम्तेहान है और दूसरों के गुनाह छुपाना आप के किरदार का इम्तेहान है ।

किरदार शायरी

चढ़ता है नज़रों में शख्स तो बस अपने किरदार से,
यूँ ही किसी इंसान की इज़्जत नहीं होती ।

हज़ारों ऐब ढूँढ़ते हैं हम दूसरों में इस तरह,
अपने किरदारों में हम लोग फरिश्ते हों जैसे ।

किरदार शायरी हिन्दी

इत्र से कपड़ों का महकाना बड़ी बात नही,
मजा तो तब है जब तेरे किरदार से खुशबू आए।

मेरे लफ़्ज़ों से न कर मेरे क़िरदार का फ़ैसला,
तेरा वज़ूद मिट जायेगा मेरी हकीक़त ढूंढ़ते ढूंढ़ते ।

चलो चांद का किरदार अपना ले दोस्तो
दाग अपने पास रखे रोशनी बांट दें दोस्तो.

आये हो निभाने को, जब क़िरदार ज़मीन पर।
कुछ ऐसा कर चलो कि ज़माना मिसाल दे।

आसान नही जीवन का किरदार निभा पाना

इतना आसान नही जीवन का किरदार निभा पाना,
इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तों को समेटने के लिए।

साहब वक़्त का आईना वही होता है एक जैसा,
बस उस आईने में किरदार बदलते रहते हैं ।

अपने किरदार को मौसम से बचाए रखना,
लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू ।

मेरे किरदार से वाकिफ़ होने की कोशिश मत करो,
उसे समझने में दिल लगता है और तुम दिमाग वाले हो ।

किरदार शिद्दत से निभाइये ज़िन्दगी में,
कहानी एक दिन सभी को होना है ।

ना ढूंढ़ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में,
वफ़ादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते हैं ।

आइना कोई ऐसा बना दे, ऐ खुदा
जो इंसान का चेहरा नहीं, किरदार दिखा दे ।

चन्द खोटे सिक्के जो खुद कभी चले नहीं बाजार में,
वो भी कमियाँ खोज रहे हैं आज मेरे किरदार में ।

Barso Sajate Rahe Ham Kirdar Ko - Kirdaar Shayari Hindi

बरसों सजाते रहे हम किरदार को मगर,
कुछ लोग बाज़ी ले गए सूरत सँवार कर ।

किरदार अपना पहले बनाने की बात कर, 
फिर आइना किसी को दिखाने की बात कर ।

अदाकारी ज़रा सी जेब में रखकर सफ़र करना,
अभी इस ज़िंदगी में और भी किरदार जीने हैं ।

किरदार तो अक्सर नकाब में ही रहता है,
लोग इन्सान की पहचान उसकी अदाकारी से करते हैं ।

किरदार शायरी की श्रेणी के और विचार पढ़ें –

इंसान को परखना हो तो बस किरदार देखना

अल्फ़ाज़ों का अहम किरदार

आदमी के तीन चरित्र होते हैं

न शक्ल बदली न ही बदला मेरा किरदार

बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का

नए साल में कुछ यूँ बनाओ किरदार अपना

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

Show More
Back to top button

Adblock Detected

Please turn off the Ad Blocker to visit the site.