सुविचार

जरूरत के नियम पर चलता है संसार

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जरूरत पर सुविचार, मैसेज, स्टेटस, अनमोल वचन शायरी

संसार जरूरत के नियम पर चलता है।
सर्दियो में जिस सूरज का इंतजार होता है,
उसी सूरज का गर्मियों में तिरस्कार भी होता है।
आप की कीमत तब होगी जब आपकी जरुरत होगी।

जरूरत पर सुविचार

अगर लोग सिर्फ जरूरत पर ही
आपको याद करते हैं,
तो उन्हें गलत मत समझिये,
क्योंकि
आप उनकी जिन्दगी की वो
रोशनी की किरण हैं
जो उन्हें सिर्फ,
अन्धेरों में ही दिखाई देती है ।

अगर मैं सोचूँ कि, मुझे किसी की भी जरूरत नहीं
तो ये मेरा “अहम” है।
अगर मैं सोचूँ कि सबको मेरी जरूरत है,
तो ये मेरा “वहम” है।

जरूरत पर सुविचार

साँप घर पर दिखाई दे,
तो लोग डंडे से मारते हैं
और शिवलिंग पर दिखाई दे तो सम्मान करते हैं ।
लोग सम्मान आपका नहीं
आपकी स्थिति और स्थान का करते हैं ।

लहज़े कितनी देर तक मीठे रखने हैं
आजकल यह ज़रूरतें तय करती है ।

इच्छाओं की सड़क तो बहुत दूर तक जाती है,
बेहतर यही है कि हम ज़रूरतों की गली में मुड़ जाएं ।

अगर आप लोगों की
जरूरत नहीं हैं, तो फिर
लोगों को आपकी जरूरत नहीं है ।

जरूरत पर सुविचार

पायल हजारों रूपये में आती है,
पर पैरो में पहनी जाती है;
और;
बिंदी 1 रूपये में आती है;
मगर माथे पर सजाई जाती है;
इसलिए कीमत मायने नहीं रखती;
उसका कृत्य मायने रखता है ।

जरूरत पर सुविचार और शायरी

मत कीजिए यकीन यहाँ
पल भर की मुलाकात का
जरूरत न हो तो लोग यहाँ
सालों के रिश्ते तक भूल जाते हैं ।

ज़िन्दगी में एक ऐसे इंसान का होना
बहुत ज़रूरी है
जिसको दिल का हाल बताने के लिए,
लफ़्ज़ों की जरूरत न पड़े ।

जरूरत से ज्यादा
अच्छे बनोगे तो
जरुरत से ज्यादा
इस्तेमाल किए जाओगे ।

तभी तक पूछे जाओगे;
जब तक काम आओगे,
चिरागों के जलते ही;
बुझा दी जाती हैं तीलियाँ।

जरूरत के हिसाब से लोगों से जुड़े रहना
एक सामान्य व्यवहार है
पर जरूरत के बगैर लोगों का ख्याल रखना
एक विशिष्ट व्यक्त्वि की पहचान है ।

जब इंसान की
जरुरत बदल जाती है
तो उसका आपसे बात करने का
तरीका भी बदल जाता है ।

मुझे खुद को लोगों के सामने
अच्छा साबित करने की जरुरत नहीं,
लेकिन मैं उन लोगों के लिए सबसे अच्छा हूँ
जो मुझे समझते हैं।

चावल अगर कुमकुम के साथ मिल जायें
तो किसी के मस्तक तक पहुँच जाते हैं
और दाल के साथ मिल जायें
तो खिचड़ी बन जाते हैं
अर्थात …..
हम कौन हैं उसके महत्व से ज्यादा……
किनकी संगत में हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण है ।

जरूरत पर सुविचार और पढ़ें –

कदर होती है इंसान की जरुरत पड़ने पर

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